गैरसैण। मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की गैरसैण में एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में सर्व सहमति से निर्णय लिया गया कि खटीमा-मसूरी गोलीकांड की बरसी एक सितंबर को गैरसैण में मूल निवास स्वाभिमान महारैली का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की गैरसैण कार्यकारिणी का भी गठन किया जाएगा। साथ ही पचास हजार लोगों को गैरसैण में जुटाने का लक्ष्य रखा गया।
मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की गैरसैण रामलीला मैदान में हुई महत्वपूर्ण बैठक में निर्णय लिया गया कि मूल निवास, भू-कानून के साथ ही स्थाई राजधानी गैरसैण के सवाल पर एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा। बैठक में सर्व सहमति से निर्णय लिया गया कि मसूरी, खटीमा गोलीकांड की बरसी यानी एक सितंबर को गैरसैण में मूल निवास स्वाभिमान महारैली आयोजित की जाएगी। जिसमें प्रदेश भर से पचास हजार लोगों को जुटाया जाएगा।
इस मौके पर समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि गैरसैण में प्रस्तावित मूल निवास स्वाभिमान महारैली ऐतिहासिक रूप से होगी। इस महारैली में स्थायी राजधानी गैरसैंण के मुद्दे को शामिल किया गया है।
स्थाई राजधानी गैरसैण संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट ने कहा कि अपनी जमीन बचाने और मूल निवासियों का अस्तित्व बचाने के लिए आंदोलन जरूरी है। गैरसैण हमारी आत्मा है। स्थायी राजधानी बनाने के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
समन्वय संघर्ष समिति के सह संयोजक लुशुन टोडरिया और सचिव प्रांजल नौडियाल ने कहा कि गैरसैण पहाड़ की आत्मा है। यहां से मूल निवास स्वाभिमान आंदोलन को पूरे राज्य में धार दी जाएगी। आम जनता को इस आंदोलन से जोड़ने के लिए व्यापक रणनीति बनाई जा रही है।
बैठक में स्थाई राजधानी गैरसैण संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट को मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति का संरक्षक बनाया गया। वहीं चौखटिया निवासी आंदोलनकारी भुवन कठैत को समन्वय संघर्ष समिति कुमाऊं का सह संयोजक नियुक्त किया गया। इसके साथ ही आन्दोलनकारी विपिन नेगी को संघर्ष समिति गढ़वाल मंडल का सह संयोजक बनाया गया। गैरसैंण के युवा आंदोलनकारी देवेंद्र बिष्ट बल्ली को समिति का कोर मेम्बर नामित किया गया।
इस मौके पर समन्वय संघर्ष समिति गैरसैण की कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें जसवंत सिंह बिष्ट को संयोजक, पंकज धीमान सह संयोजक, पंकज रावत सचिव, कपिल सहसचिव, दीपक बिष्ट सह सचिव, लक्ष्मण खत्री, भरत सिंह, वीएस बुटोला, मनीष नेगी को सदस्य, पूरन सिंह संरक्षक, मनवर सिंह पवार संरक्षक, सुरेंद्र सिंह पँवार संरक्षक, जगदीश सिंह नेगी संरक्षक, माथुर देव आर्य को संरक्षक नामित किया गया।